शनिवार, 1 सितंबर 2012

परम शूरवीर श्री गातोड़ जी चौहान(गोगाजी )

वीरवर श्री गातोड़ जी चौहान 11वी सदी के महान योद्धा थे। जिन्होंने महमुद गजनवी जैसे आक्रमणकारियों से लोहा लिया व गायों कि रक्षार्थ अपने आप को बलिदान कर दिया । गातोड़जी चौहान मारवाड़ में “गोगाजी” के नाम से प्रशिद्ध है और मेवाड़ में “गातोड़जी” (गातरोड़जी) के नाम से प्रशिद्ध है । गातोड़जी चौहान को कई भक्त मेवाड़ में “गौवर्धनसिंह चौहान” भी कहते है । 
इनका जन्म ददरेवा(ददरगढ़)  (चुरू) में चौहान वंश के राजपूत राजा जेवरसिंह के घर विक्रम संवत 1003 में भाद्रपद कृष्णा नवमी को हुआ था। इनकी माता का नाम रानी बाछल था । इनका विवाह श्रीयल के साथ हुआ था । इनके दो भाई अर्जन और सर्जन थे । इनका जन्म गुरु गोरखनाथ के आशीर्वाद से हुआ था । गुरु गोरखनाथ ने इन्हें गुरु दीक्षा प्रदान की व साथ ही साथ आध्यात्मिक शिक्षा, योग शिक्षा, व आयुर्वेद की शिक्षा प्रदान की। गुरु गोरखनाथ ने ही इन्हें सांप का जहर उतारने की कला भी सीखाई थी। इन्हें सांपों का देवता भी कहते है ।
वर्तमान में हनुमानगढ जिले के नोहर तहसील में स्थित गोगामेडी (घुरमेड़ी) स्थान पर इनकी समाधि बनी हुई हैं । यहां श्रावण शुक्ल पूर्णिमा से भाद्रपद कृष्ण अमावस्या तक पशु मेला आयोजित होता है। गोगा मेड़ी में फिरोजशाह द्वारा निर्मित मस्जिदनुमा दरगाह हैं । जहां हिन्दु-मुस्लिम दोनों ही धर्मो के लोग बड़ी ही श्रृद्धा के साथ मत्था टेकते हैं । यहां की भस्म से विभिन्न रोगों का ईलाज होता है ऐसा लोगों का विश्वास हैं ।
 इनसे (गोगाजी) से युद्ध करते हुए महमुद गजनवी ने तो यहाँ तक कह दिया कि “यह तो जाहर पीर है” अर्थात साक्षात् देवता के समान प्रकट होता है। तब हे इनका नाम जाहर पीर गोगाजी पड़ा ।
इनका एक स्थान उदयपुर जिले के जयसमंद झील के पास वीरपुरा नामक स्थान पर भी हैं । लोगो का ऐसा मानना हैं की यहाँ पर स्वयं भगवान शंकर ने गोगाजी को स्थान दिया था अर्थात शिवलिंग यहाँ से अंर्तध्यान हो गया और वहां जाहर वीर गोगाजी महाराज ने समाधि ले ली थी, आज भी उस स्थान पर गातोड़ जी का मन्दिर बना हुआ हैं परन्तु वहाँ पर शिवलिंग नही हैं । यहाँ पर आने वाले भक्त उस समाधी वाले स्थान पर जहा गडडानुमा (बांबी) स्थान बना हुआ है वह अपने हाथ पर केसर लगाकर उन्हें (गातोड़ जी) को अर्पण करते हैं।
 
विनोद कुमार जाखड़ 
मोबाइल no .9983318589
 
(1)कालाजी  राठोड़ से साभार !

39 टिप्‍पणियां:

Unknown ने कहा…

कल्ला जी राठौड़ से गातोड़ जी का क्या रिश्ता है।

rao chhail singh lol ने कहा…

राव भोजाजी लोल का इतिहास

Unknown ने कहा…

gatod ji bawji kallaji ke mamaji h

Unknown ने कहा…

मुझे

Unknown ने कहा…

गातरोडजी मंदिर रामगढ जिला डूंगरपुर में मैंने मेरी govt jobलगने पर मेने बादा ली थी की गातरोडजी का जब मंदिर निर्माण होगा तब मुझसे जितनी हो सके उतनी सहायता करुंगा तो इसके अनुसार मैंनेRs21000 हजार रुपए दिए और बाद में मुझे गातरोडजी के नाम पर ही ईनके सेवक द्वारा डराया धमकाया जा रहा है और ज्यादा रुपयों की मांग की जा रही हैं क्या ये सही है गातरोडजी के पर्चे में उनकी गादी पर बैठकर मुझे तो लगता है कि इस सेवक की चाल है और गातरोडजी का नाम खराब कर रहा है pls any suggestions Kya ye ho shakta hai 20 से 30 लोगों के बीच में मेरे माता-पिता को अपमानित किया इनके मदिर में मुझे तो नहीं लगता है कि वास्तविक रूप से गातरोडजी एसा नहीं कर सकते लेकिन यह उस सेवक की चाल हो सकती है तो मुझे क्या करना चाहिए pls help me

vrajesh ने कहा…

7745953314

vrajesh ने कहा…

संपर्क करे

Unknown ने कहा…

आप अपने मन में गातोडजी पर विस्वास रखे उनका ध्यान करे वो सब ठीक कर देंगे गातोडजी की तो माया ही नेयारी है

Unknown ने कहा…

गातोडजी मामा थे कल्लाजी के

Unknown ने कहा…

Kya sach me juth bolne par gatodji ka sap dank mar dete he

MohanMeghwal ने कहा…

Gatodjibavjikimhimaaprmparhaejaehogatodjibavjiki

Unknown ने कहा…

मैं आपके द्वारा दी गई समस्त जानकारी के लिये आपका कृतज्ञ हूँ।
आप कृपा करके मेवाड़ अंचल में पूजित खाँकलदेवजी के बारे में जानकारी प्रदान करें।

Unknown ने कहा…

कृपया आप गोगाजी, खाकल देव जी और गातोड जी में अंतर स्पष्ट करें।

बेनामी ने कहा…

गातोड़ जी बावजी जब उज्जैन से निकले थे,, तब मालवा में वह किन स्थान पर रुके,, तथा क्या वहां भी(मालवा में) उनका कोई स्थान या मन्दिर है। कृपया मार्गदर्शित करें।

Unknown ने कहा…

Mama shree

Unknown ने कहा…

Mama bhanja syd

Sachin bhoi ने कहा…

Pls Kya koi kallaji gatrod ji aur khankal Dev ji ke baare me koi jaankari dega..🙏

RJ ने कहा…

aapko jankri mile to plz muje bhi bataye 9829635683

बेनामी ने कहा…

Gujarat me inhe goga ji mewad me gatod ji or khakal dev ke nam se jante h

बेनामी ने कहा…

Ha me bta sakta hu

बेनामी ने कहा…

Haaa agar gatod ji ki bambi me hath rakh kar aap juth bolo to haa wo aakar dshte h

The Shivam ने कहा…

Aap sewak ki baato me na aaye murti se aapki baat unke samne bol kar murti se fool patti le lo

बेनामी ने कहा…

Bhai gatod ji ko hi khakal dev khate h dono nam shree vasak raj ke hi h or kalla ji gatod ji ke bhanje h

Rajendra ने कहा…

खाकल देव क्यो कहते हे गातोड़ जी को बताये

बेनामी ने कहा…

Mama saa hai

बेनामी ने कहा…

अगर कोई दुर स्थान से आता है तो किस तरह व्यवहार करते हैं और कोई जादू टोने से पिडीत है और भुत जिन्ना का इलाज संभव है

बेनामी ने कहा…

गातोड़ जी कल्ला जी के मामा थे

Ishwar singh barada ने कहा…

Mama banje ka

बेनामी ने कहा…

Hello

बेनामी ने कहा…

Kisi ne kuch karvya ho pta pd jata hai yaha

बेनामी ने कहा…

Kese mama ji the batayega koi

बेनामी ने कहा…

Shree shree 1008 gatod ji Maharaj 🙏🙏

बेनामी ने कहा…

आप सभी को जय श्री कल्याण जय गातोड़िया श्याम श्री 1008 काली कल्याण गातोड़ धाम करावाड़ा जिला डूंगरपुर (राजस्थान) महंत करण सिंह राणावत

बेनामी ने कहा…

जिसको भी समस्या हे आप जयसमंद झील के पास वीरपुरा मे गातोड़ चले जाये आपकी hr कामना और समस्या का समाधान हो जायेगा किसी को कुछ कहने की जरूरत नहीं हे सिर्फ प्रत्यक्ष दर्शन कीजिये, आपसे कोई कुछ नहीं मागेगा

बेनामी ने कहा…

Kallaji ke Gatod ji maharaj mamaji kase hue deeply batana please

बेनामी ने कहा…

इनका एक रूप अभी राठौर वंशज रतलाम के राजा रतन सिंह वासुकी अवतार रतलाम में भी विराज मान हुआ है। जहा पे हर पूर्णिमा की पंचमी को साक्षात राजा रतन सिंह हिदय पधारते है। यह अर्जी का नारियल चढ़ाया जाता है। और इनका अभिषेक होता है। जिसके जल से कही प्रकार की बीमारियां समाप्त होती है।

बेनामी ने कहा…

बाबा वासुकी धाम रतलाम की जय हो

बेनामी ने कहा…

Jay Ho 🙏🌺🌺

बेनामी ने कहा…

हमें बांबी की पूजा करना है